अज्ञानता

अज्ञानता

अज्ञानता अंधेरी रात है,
जिस में न चांद आता है न सितारे।

Mahatma vidur

अंधेरी

अंधेरी

जो खो गया हम से,
अंधेरी रातों में,
उसी को ढूंढने के,
लिए ईद आई है,
ईद मुबारक |